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GRS News India : कोलकाता, 26 फरवरी, 2025: एक ऐसी दुनिया जहाँ पुरस्कार और प्रशंसा, अक्सर शक्ति, धन और प्रसिद्धि का जश्न मनाते हैं, सोशियोफेयर का जन्म एक साधारण लेकिन गहरे अहसास से हुआ था। समाज के असली नायक अक्सर वे होते हैं जो बिना किसी प्रतिफल की उम्मीद के चुपचाप पर्दे के पीछे काम करते हैं। ऐसे शिक्षक, जो बिना पहचान की चाह के युवा मस्तिष्क को आकार देते हैं, ऐसे डॉक्टर, जो दूरदराज के गांवों में बिना प्रसिद्धि की उम्मीद के सेवा करते हैं, और ऐसे समाजसेवी हैं जो बिना शाबाशी के समुदायों को ऊपर उठाते हैं।

18 मार्च, 2023 को स्थापित, सोशियोफेयर एक आंदोलन है जो ऐसे निस्वार्थ व्यक्तियों को पहचानने और सम्मानित करने के लिए समर्पित है जो अपनी जिंदगी दूसरों की सेवा में लगा देते हैं। यह पहल आरती बीआर सिंह द्वारा शुरू की गई थी, जो सबरी हेल्पेज़ की संस्थापक, एक सामाजिक उद्यमी, दानवीर, और मानसिक स्वास्थ्य तथा सामुदायिक विकास की प्रवक्ता हैं, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दयालुता, बलिदान और मानवतावादी सेवा की कार्यों को नजरअंदाज न किया जाए।

शुरुआत के सोशियोफेयर अवार्ड एक सत्य का क्षण हुआ करते थे। मंच पर न तो कोई सेलिब्रिटी होते थे, न ही व्यापारिक लीडर, बल्कि वे लोग थे जिनके जीवन की परिभाषा दया और सहनशीलता से थी। उनके बीच एक बुजुर्ग व्यक्ति था जिसने दशकों तक बेघर लोगों को खाना खिलाया, एक युवा महिला थी जिसने अपने जीवन की बचत का उपयोग पिछड़े बच्चों को पढ़ाने के लिए किया, और एक डॉक्टर था जिसने स्लम क्षेत्रों में वर्षों तक मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान की। उनकी कहानियाँ केवल प्रेरणादायक ही नहीं थी वरन वे इस बात की याद दिलाती थीं कि असली सफलता का माप व्यक्तिगत लाभ नहीं, बल्कि दूसरों को ऊपर उठाने की क्षमता है।

सोशियोफेयर 8 मार्च, 2025, को अपने तीसरी संस्करण के साथ, समाज के द्वारा नायकत्व को परिभाषित करने के तरीके को पुनः आकार देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह ट्रॉफियों या भव्य समारोहों के बारे में नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि जो लोग अपनी जिंदगी को सेवा में समर्पित करते हैं, उन्हें वह मान्यता मिले जो वे वास्तव में हकदार हैं। क्योंकि असली नायक वे नहीं होते जो सुर्खियों में होते हैं, बल्कि वे होते हैं जो दूसरों के लिए मार्ग को रोशन करते हैं।