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*मंडप के बाहर विराजी हैं 32 फीट की देवी दुर्गा, को अपने 10 हाथों में 10 ग्लोब के जरिये ‘वसुधैव कुटुंबकम’ को दर्शाते हुए ‘पूरा विश्व एक परिवार है’ का से रही संदेश*

*देवी के दर्शन को आनेवाले दर्शनार्थी पूजा मंडप के भीतर झिनुक की मदद से अत्याधुनिक डिजाइन एवं वर्क की देख रहें अदभुत सजावट*

GRS News India : कोलकाता, 19 अक्टूबर, 2023: पश्चिम बंगाल में दुर्गापूजा का भव्य तरीके से आयोजन थीम-आधारित पंडालों के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इस वर्ष दुर्गापूजा में यंग बॉयज़ क्लब के सदस्यों ने हमेशा की तरह प्रासंगिक और सामाजिक मुद्दों को थीम बनाकर मंडप निर्माण किया है। 54वें वर्ष के आयोजन में कमेटी के सदस्य “देवी दुर्गा – ब्रह्मांड की शक्ति” थीम पर मंडप का निर्माण किए हैं। यह पूजा मंडप मध्य कोलकाता में तारा चंद दत्ता स्ट्रीट में सेंट्रल एवेन्यू और रवीन्द्र सरणी को जोड़ने वाले मार्गे में स्थित है। गुरुवार को इसका उद्घाटन सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने किया। इस मौके पर यंग बॉयज क्लब के मुख्य आयोजक श्री राकेश सिंह और यंग बॉयज क्लब के युवा अध्यक्ष श्री विक्रांत सिंह के साथ पूजा कमेटी के सदस्यों के साथ समाज की कई अन्य प्रतिष्ठित हस्तियां मौजूद थे।

हिंदू पौराणिक कथाओं में देवी दुर्गा को सबसे शक्तिशाली देवता माना गया है। सामान्य तौर पर दुर्गा की शक्ति को उनके 10 भुजाओं में अलग-अलग हथियार से दर्शाया जाता है। देवी दुर्गा की दस भुजाएं इस बात का प्रतीक हैं कि वह अपने भक्तों की सभी दिशाओं – आठ कोनों, आकाश और पृथ्वी से रक्षा करती हैं। उनके 10 हाथों में 10 ग्लोब विराजमान है, जिससे यह दर्शाने की कोशिश की गई है कि, देवी दुर्गा पूरे पृथ्वी पर कैसे इन 10 ग्लोबों के जरिये अपने भक्तों को सभी कठिनाइयों और समस्याओं से बचा रही हैं। “वसुधैव कुटुंबकम” एक संस्कृत वाक्यांश है, जो महा उपनिषद जैसे हिंदू ग्रंथों में पाया जाता है, जिसका अर्थ है ” पूरा विश्व एक परिवार है”।

उद्घाटन अवसर पर मीडिया से बात करते हुए मुख्य आयोजक श्री राकेश सिंह ने कहा, इस साल यंग बॉयज़ क्लब की ओर से मंडप निर्माण के जरिये देवी दुर्गा की दिव्य शक्ति के अवतार को भक्तों के सामने लाने की कोशिश की गई है। मंडप के बाहर 32 फुट की मां दुर्गा की प्रतिमा भक्तों के बीच वैश्विक शक्ति के स्रोत के प्रतीक के रूप में विराजमान हैं। पूरे विश्व की शक्ति को देवी के साथ जुड़ाव को दर्शाने के लिए इस भव्य उँची प्रतिमा के 10 हाथों में 10 ग्लोब को रखा गया है, जो पूरे पृथ्वी में विभिन्न पहलुओं की प्रतीक हो गई हैं।

यहां देवी के दर्शन को आनेवाले लोग पंडाल के अंदर झिनुक की मदद से अत्याधुनिक डिजाइन एवं वर्क से बने अनोखे मंडप की सजावट को देख रहे हैं। मंडप के भीतर देवी की मूर्ति भी झिनुक से बनी हुई हैं, जो दर्शकों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। पिछले चार महीनों की काफी मेहनत के बाद इस आकर्षक मंडप को भव्य रूप दिया गया है। यंग बॉयज़ क्लब के युवा अध्यक्ष श्री विक्रांत सिंह ने कहा, यहां आ रहे लोग भारत की चंद्र विजय के उपलक्ष्य में मंडप के बाहर चंद्रयान-3 के रूप में आकर्षित करने वाला मॉडल काफी गौर से देख रहे हैं। लोगों को मंडप की सजावट से लेकर यहां को भव्य सुंदरता काफी आकर्षित कर रही है।